व्यायाम के प्रकार


नियमित व्यायाम करना स्वस्थ जीवनशैली का एक हिस्सा है।

नियमित रूप से व्यायाम करना निम्नलिखित में मददगार होता है :

  • आपके हृदय और फेफडो के कार्य में सुधार करने में
  • स्वस्थ वजन बनाए रखने या वजन कम करने में
  • मांसपेशियो को सुगठित करने और जोडो के लचीलेपन में, सतुलन रखने में
  • दबाव और तनाव से आराम दिलाने और आपका मिजाज ठीक करने में
  • हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, अस्थि-विकार और डायबिटीज का जोखिम कम करने में

व्यायाम के प्रकार:

ऐरोबिक व्यायाम:

ऐरोबिक व्यायाम बडी मांसपेशियों मे गति लाते है और आपके हृदय तथा फेफडो के स्वास्थ मे सुधार लाते है। इसके उदाहरणों मे चलना, जॉगिंग करना, ऐरोबिक कक्षाओ मे जाना, साइकिल चलाना, तैरना, टेनिस खेलना और नृत्य करना शामिल है।

शुरुआत करने वालो के लिए चलना एक अच्छा चुनाव है। इसके लिए आपको सिर्फ एथलेटिक जूतो की एक अच्छी जोडी की जरूरत होती है। जाँगिग की तरह चलने मे भी कैलोरीज खर्च होती है और वह भी आपके जोडो पर ज्यादा प्रभाव डाले बिना।

चलना आपके हृदय और फेफडो के लिए अच्छा रहता है और अस्थि-विकार (bone disorder) होने से बचाता है।

शक्तिवर्द्धक व्यायाम:

शक्तिवर्द्धक व्यायाम मांसपेशियों को ताकतवर बनाते है और हड्डियां मजबूत करते है। वजन, भारोत्तोलन (weight lifting) उपकरणों का प्रयोग करना, पुश-अप लगाना और दंड-बैठक करना शक्तिवर्द्धक प्रशिक्षण के उदाहरण है।

यदि आपको उच्च रक्तचाप या स्वास्थ संबधी अन्य समस्याएं हो, तो शक्तिवर्द्धक प्रशिक्षण आरम्भ करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें।

लचीला बनाने वाले व्यायाम:

लचीला बनाने वाले व्यायाम, जिन्हे स्ट्रेचिंग भी कहा जाता है, मांसपेशियो की लम्बाई बढाकर संतुलन बढाते है और जोडो का स्वास्थ सुधारते है। इसके उदाहरण में योग और ताई-ची शामिल है।

व्यायाम के पहले और बाद में तथा स्वयं एक व्यायाम के रूप में स्ट्रेचिंग करना महत्वपूर्ण है।