शलभासन – Shalabhasana


शलभासन कैसे करें?

पहले पेट के बल सो जाए।

मुट्ठियां बांधकर हाथों को शरीर से मिलाते हुए सीधे रख दे।

फिर हाथों पर वजन डालकर उनका कुछ सहारा लेते हुए दोनों पैरों उपर उठाओ,  पैर बिल्कुल सीधे रहने चाहिए, घुटनों से मुड़ने नहीं चाहिए।

पैर के पंजे भी पीछे खींच कर पैर की सीध में लाने का प्रयत्न करना चाहिए। इस प्रकार करने से पैर जमीन से फूट डेढ़ फुट ऊंचे उठ सकते हैं।

पैर उठाने के साथ ही सिर तथा छाती भी ऊंची उठानी चाहिए।

कोई कोई हाथ लंबे ना रखते हुए, भुजंगासन में जिस प्रकार छाती के पास रखे जाते हैं, वैसे रखते हैं। इस प्रकार हाथ रखने से आसन करने में हाथ का सहारा कम मिलता है।

शलभासन से लाभ

शलभासन से  पीठ, पेट के तथा जांघ के स्नायु मजबूत हो जाते हैं।

इस आसन के अभ्यास से पेट से संबंधित बीमारियां, जैसे अपचन, कब्ज आदि दूर हो जाती हैं।