Bronchitis – कफ की खाँसी – ब्रोंकाइटिस (श्वासनली-शोथ)


कफ की खाँसी – ब्रोंकाइटिस – Bronchitis – श्वासनली-शोथ – श्वसनीशोथ

ब्रोंकाइटिस फेफड़ों में बड़ी श्वासनलियों के भीतरी भाग, जिसे ब्रोंकाई (bronchi) कहा जाता है, की सूजन है।

सूजन के कारण सामान्य से अधिक बलगम बनता है। इससे फेफड़ों (lungs) में वायु प्रवाह अवरुद्ध हो सकता है और फेफड़े क्षतिग्रस्त हो सकते हैं।


प्रकार

तीव्र ब्रोंकाइटिस 2 से 4 सप्ताह तक रहता है और इसका उपचार हो सकता है।

लंबे समय तक रहने वाला ब्रोंकाइटिस फेफड़ों की लंबी अवधि तक रहने वाली बीमारी है। यह फेफड़ों में होने वाले रोगों जिन्हें सीओपीडी (COPD) कहते हैं, में से एक है। इससे हुई क्षति कई बार समय के साथ बदतर होती जाती है और उसका इलाज नहीं हो सकता है।

सीओपीडी (COPD) – लंबे समय तक रहने वाले अवरोधक फुपफुस रोग – क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज – chronic obstructive pulmonary disease


लक्षण

बॉन्क्राइटिस के लक्षण:

  • बार-बार खाँसी होना
  • थकान महसूस होना
  • खाँसते या गहरी साँस लेते हुए सीने मे दर्द
  • साँस लेते समय आवाज होना
  • साँस फूलना
  • बदन दर्द
  • बुखार या ठंड लगना
  • गले मे तकलीफ
  • नाक बहना या बंद होना

कारण

ब्रॉन्काइटिस के कारण

  • बैक्टीरिया या विषाणु संक्रमण
  • धूम्रपान
  • वायु प्रदूषण
  • वायु मे किसी चीज से एलर्जी जैसे पराग कण
  • फेफडो का रोग जैसे दमा अथवा वातस्फीति (emphysema)

आपकी देखभाल

आपकी देखभाल मे आसानी से सांस लेने मे आपकी मदद करने वाली दवाएं और सांस के व्यायाम शामिल हैं।

यदि आपको लंबे समय तक रहने वाला ब्रोंकाइटिस है तो आपको ऑक्सीजन की जरूरत पड सकती है।

आपकी देखभाल मे निम्नलिखित भी शामिल हो सकते

  • सर्दी और फ्लू से बचना।
  • बलगम पतला रखने के लिए अधिक मात्रा मे पेय पीना।
  • ह्यूमिडिफायर (नमी रक्षक) या वेपराइजर का प्रयोग करना।
  • आपके फेफडो से बलगम निकालने के लिए उचित स्थिति मे बैठना और थपकी देना। आपको ऐसा करना सिखाया जाएगा।

आसानी से साँस लेने के लिए

धूम्रपान छोडे। लंबे समय तक रहने वाले ब्रोंकाइटिस से होनेवाली क्षति को धीमा करने का एकमात्र तरीका धूम्रपान छोडना है। छोडने के लिए कभी भी बहुत देर नहीं होती।

शराब न पिये। यह आपके वायु मार्ग को साफ करने के लिए खाँसने और छींकने की इच्छा कम करता है। यह आपके शरीर मे द्रवों की कमी करता है जिससे आपके फेफडो मे बलगम सख्त हो जाता है तथा उसके निकलने मे मुश्किल होती है।

ऐसी चीजो से बचे जो आपके फेफडो के लिए हानिकारक है, जैसे वायु प्रदूषण, धूल और गैस।

अपने शरीर का ऊपरी हिस्सा उठाकर सोएँ। अपना सिर बिस्तर से ऊँचा रखने के लिए फोम के बडे टुकडो का प्रयोग करे।


अपने डॉक्टर को तुरंत फोन करें, यदि आपको:

ठण्ड लग रही है या 101 डिग्री F या 38 डिग्री C से ज्यादा बुखार है

इनहेलर या साँस उपचार की ज्यादा जरूरत पड रही है

बलगम अधिक है, रंग बदलता है या निकलने मे अधिक मुश्किल हो रही है

आपके नाखूनो या ऊँगलियो की त्वचा या मुँह मे नए या बढते नीले या भूरे धब्बे पड रहे हैं

बोलने अथवा सामान्य गतिविधियो मे तकलीफ हो रही है

सोते हुए अधिक तकियो की जरूरत पड रही है, या रात मे साँस लेने के लिए आप ने कुर्सी मे सोना शरू कर दिया है

साँस नहीं ले सकते

भ्रमित हो, आप को चक्कर आएं या आप बेहोशी महसूस करें

सीने मे नया दर्द या अकडन महसूस करें

यदि आपके कोई प्रश्न या चिंताएं हों तो अपने डॉक्टर से बात करें।