Pneumonia – निमोनिया


निमोनिया – Pneumonia

निमोनिया होने पर फेफडो मे हवा की थैलियो मे संक्रमण (infection) या बलगम भर जाता है। निमोनिया किसी जीवाणु (बैक्टीरिया, bacteria), विषाणु (वाइरस, virus) या रसायन से होता है।

फेफड़ा – फुफ्फुस, lung


निमोनिया के लक्षण:

  • सामान्य से अधिक तेज सांस या सांस लेने मे परेशानी।
  • सांस लेते या खांसते समय छाती मे दर्द।
  • खांसी के साथ पीले, हरे या जंग के रंग का बलगम।
  • 101 डिग्री F (फारेनहाइट) या 38 डिग्री C (सेल्सियस) से अधिक बुखार
  • कंपकपी या ठण्ड लगना
  • पसीना आना
  • होंठ या नाखून नीले होना

आपकी देखभाल

आपका डॉक्टर आपके फेफडो को (स्टेथेस्कोप से) सुनेगा।

आपकी छाती का एक्स-रे लिया जा सकता है।

जीवाणु की जांच करने के लिए बलगम का नमूना लिया जा सकता है। इस जांच को स्पुटम कल्चर (sputum culture) कहा जाता है।

आपको एंटीबायोटिक गोलियो के रूप मे या एक इंजेक्शन के रूप मे दी जा सकती है। गोलियां निर्देशानुसार ले। सभी दवाइयां इसकी समाप्ति तक ले, चाहे आप बेहतर क्यो न महसूस कर रहे हो।

छाती दर्द या खांसी से आराम के लिए आपको दवाई दी जा सकती है। दवाई निर्देशानुसार ले।

आपकी देखभाल के भाग के रूप मे आपको ऑक्सीजन दी जा सकती है।

बलगम निकालने के लिए आपको जागते समय हर 2 घटे मे खांसने और गहरी सांस लेने के लिए कहा जाएगा। खांसते समय निकले बलगम को एक टिश्यू मे थूकें और इसे दूर फेंक दे। इसे निगले नहीं। कीटाणुओ से मुक्त होने के लिए हाथों को साबुन और पानी से धोएँ।

आराम करें।

प्रतिदिन 8 गिलास या इससे अधिक तरल पदार्थ पीएं।

स्वस्थ आहार खाएं।

(निमोनिया का खतरा सीमित रखने के लिए सर्दी शुरू होने के समय हर बार फ्लू से बचाव की दवा ले। फ्लू से आपको निमोनिया हो सकता है। अपनी फ्लू वैक्सीन के अलावा निमोनिया वैक्सीन प्राप्त करने के लिए अपने डॉक्टर से बात करे।)


दूसरों को संक्रमण से बचाएँ

दूसरा को बचाने के लिए:

न्यूमोनिया को फैलने से बचाने के लिए लोगो से यथासंभव दूर रहे।

अपने हाथो को अक्सर साबुन और पानी से धोएँ या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का प्रयोग करे।

अपनी आँखो, नाक और चेहरे को छूने और फिर अन्य सतहो को छूने से बचे। इससे कीटाणु फैल सकते हैं। कीटाणुओ को मारने के लिए सतहो को अक्सर साफ करे।

कीटाणुओ को मारने के लिए कपडो को बहुत गर्म पानी मे धोएँ।


तुरंत अपने डॉक्टर को बुलाएं यदि आपको:
सांस लेने मे कठिनाई हो
तेज बुखार हो या आपका बुखार 2 दिन से अधिक रहता हो
भ्रम
छाती के दर्द मे बढोतरी
उबकाई और उल्टी आना

यदि आपका कोई प्रश्न या चिंता हो, तो अपने डॉक्टर से सलाह ले।