Diarrhea – दस्त


दस्त – Diarrhea


दस्त मे आपको बार बार शौच जाना पडता है या आपका मल ढीला और तरल होता है।

दस्त ज्यादातर 2 से 3 दिन तक रहते हैं। यदि ये इससे अधिक समय तक रहे, तो यह अन्य समस्या की निशानी हो सकते हैं।

यदि आपके दस्त 3 दिन मे ठीक नही होते या आप की तबियत और खराब हो जाती है, तो अपने चिकित्सक से मिलिए। यदि शिशुओ और बच्चो को 1 से अधिक दिन दस्त रहते हैं, तो चिकित्सक से मिलिए।


कारण

सक्रमण (इन्फेक्शन – infection), जैसे कि वायरस सक्रमण
घबराहट और तनाव
एन्टिबायोटिक्स जैसी कुछ दवाइयाँ और कीमोथैरपी
कुछ इलाजो का दुश्प्रभाव
ऑत की बीमारियाँ
आंतों की सर्जरी या पेट मे विकिरण दिया जाना

कुछ आहार जिनसे दस्त हो सकते हैं या बढ सकते हैं

  • अधिक रेशे वाले खाद्य पदार्थ
  • मसाले वाले, चरबी वाले या तले हुए खाद्य पदार्थ
  • अत्यधिक गर्म या ठंडा आहार
  • दूध और डेयरी उत्पाद
  • शराब
  • कॉफी, चाय, कोला और चॉकलेट जैसे कैफीन वाले खाद्य या पेय पदार्थ
  • कुछ पोषण अनुपूरक (जैसे boost, ensure)। यदि आप किसी अनुपूरक का उपयोग करते हैं और आपको लगे कि दस्त बढ गए हैं, तो अपने चिकित्सक या आहार विशेषज्ञ (डायटीशियन) से बात करे।

आपकी दैखभाल

पेय पदार्थ लगातार और निश्चित रूप से लेते रहे। अगर खाने से और अधिक दस्त या ऐंठन न हो, तो खाईए।

इन सुझावो पर अमल कर देखिए:

दस्त बद न हो, तब तक दूध और डेयरी उत्पादो से दूर रहे।

दिन मे कम से कम 8 ग्लास पानी पीजिए।

दिनभर हर 2 से 3 घण्टे के बाद थोडा थोडा खाएं।

सफेद ब्रेड, सफेद चावल, पकी हुईं सब्जियाँ, गेहूँ के सिरियल का क्रीम या एपल साँस जैसे कम रेशो वाले आहार ले।

यदि खाने से ऐठन होती है, तो एक-दो दिन साफ तरल पदार्थों का आहार लीजिए।

पानी, शोरबा, पिडीयालाइट, स्पोर्टस पेय, नींबू सोडा या डीकैफिनेटेड चाय पीजिए।

जैसे-जैसे आपका दस्त अच्छा होता जाए, वैसे-वैसे कम मात्रा मे केले, चावल, एप्पल साँस और टोस्ट खा कर देखिए। यदि आप का मल फिर से ठोस होने लगे, तो मैश किये हुए आलू और नूडल्स जैसे नरम खाद्य पदार्थ भी आहार मे शामिल कीजिए।

आपकी आंते क्या प्रतिक्रिया करती हैं, यह जानने के लिए धीरे धीरे अपने भोजन मे अन्य खाद्य पदार्थ शामिल करते जाइए।

खूब आराम कीजिए और अपना तनाव कम करने की कोशिश कीजिए।

हर बार मल त्याग के बाद अपने हाथ अच्छी तरह से धो ले।

अपने चिकित्सक के निर्देश अनुसार दस्त की दवाई ले।


यदि आपके ये लक्षण हो, तो फौरन अपने चिकित्सक को बुलाएँ

  • कँपकँपी, उल्टी या बेहोशी आए।
  • बहुत तेज प्यास लगे।
  • ज्यादा बुखार हो।
  • आपके पेट मे ऐसा दर्द हो जो मल त्याग से कम न हो या गैस हो।
  • आपका मल काला हो या उसमे खून हो।
  • आप बहुत कमजोर या थका हुआ महसूस करे।

यदि आपका कोई प्रश्न या चिंता हो, तो अपने चिकित्सक से बात कीजिए।