Burn Care – जलने पर देखभाल


जलने पर देखभाल – Burn Care

जाने कि अपने जलने पर संक्रमण से बचने के लिए देखभाल कैसे करनी चाहिए।

सुनिश्चित करे कि आप

  • जलने के स्थान को अपने हृदय के स्तर से ऊपर रखें।
  • पट्टियाँ साफ और सूखी रखे।
  • पट्टियाँ प्रतिदिन बदले। निम्न क्रम का पालन करें।

अपने जले हुए स्थान या पट्टियों को छूने से पहले अपने हाथ साबुन और पानी से अच्छी तरह धो ले।

पुरानी पट्टियाँ हटाएँ और उन्हें फ़ेंक दें। यदि पुरानी पट्टियाँ जलने के स्थान से चिपकी है, तो उन्हे गर्म पानी से गीला करके निकालें।

यदि आपने लंबे समय के लिए ड्रेसिंग करवाई है जैसे कि मेपिलेक्स Ag (Mepilex Ag), तो केवल बाहरी पट्टियां हटाएं। मेपिलेक्स Ag ड्रेसिंग एक सप्ताह तक लगी रहनी चाहिए। इस ड्रेसिंग को गीला न करें।

साफ वॉश-क्लॉथ को गर्म पानी मे भिगोकर और कोमल साबुन या शिशु शैम्पू से पुरानी क्रीम या मलहम साफ कर दे। कोशिश करे कि छाले न फूटे। यदि आपकी मेपिलेक्स Ag ड्रेसिंग हुई है तो यह कदम छोडकर आगे बढ़ें।

अपने हाथ दोबारा धोएँ।


आपके चिकित्सक के निर्देशो के अनुसार निम्न लिखित क्रीम या मलहम लगाएँ

  • सिल्वर सल्फाडायजीन (सिल्वाडीन क्रीम) पतली परत मे निकल जितनी मोटाई मे लगाएँ।
  • एटीबायोटिक मलहम ______ लगाएँ। सिर्फ उतनी मात्रा मे मलहम लगाएँ जिससे जला भाग चमकदार दिखने लगे।

आपके चिकित्सक के बताएं अनुसार निम्न लिखित निर्देशो में से पालन करें

  • अपना जला भाग पट्टी से न ढकें।
  • सूखे गेज की कई परतों से ढककर न चिपकने वाला गेज प्रयोग करें।
  • एंटीबायोटिक क्रीम या मलहम पर न चिपकने वाली गेज का प्रयोग करें, फिर सूखी गेज
    की कई परतें लगाएं।
  • अन्य ________

हाथों या पैरों पर जले भाग के लिए हमेशा हाथों या पैरों की उंगलियों के बीच गेज की एक परत रखें।


दिन मे चार बार, जोडो को 10 से 20 बार झुकाकर उस स्थान का हल्का व्यायाम कराएँ। हल्का व्यायाम अकडन से बचाता है।

काफी मात्रा मे द्रव पीएँ, कम से कम 10 से 12 ग्लास प्रतिदिन।

अतिरिक्त प्रोटीन खाएं जो डेरी उत्पाद, अंडे, मछली, मीट और मुर्गी मे मिलता है।

विटामिन सी (vitamin C) से भरपूर भोजन जैसे फल, विशेषकर खट्‌टे फल, सब्जियाँ खाएं। अच्छा पोषण आपकी जलन को भरने मे मदद करेगा।


अपने डॉक्टर को तुरंत फोन करें यदि आपके

  • घाव के आसपास लाली या सूजन हो
  • आपके बाजुओं या पैरों से ऊपर जाती लाल धारियाँ हो
  • घाव से मवाद रिस रहा हो
  • 100.5 डिग्री F या 38 डिग्री C से ऊपर बुखार हो
  • बढता हुआ दर्द या दवाई से कम न होने वाला दर्द हो
  • घाव साफ करने के बाद और पुरानी पट्टियाँ फेकने के बाद गंदी बदबू आए

यदि आप डॉक्टर से बात नहीं कर पाते हैं, तो आपातकालीन कक्ष में जाएं।